रायपुर
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने सभी विभागाध्यक्षों और वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय कामकाज की समीक्षा की। उन्होंने बैठक में स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में मानव संसाधन बढ़ाने भर्ती की प्रक्रिया जल्द शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पतालों में मरीजों को निर्बाध सेवाएं उपलब्ध कराने राज्य और स्वशासी बजट का पूर्ण उपयोग करने को कहा। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्लै, स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर. और चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव श्री पी. दयानंद भी बैठक में शामिल हुए।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने मंत्रालय में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य विभाग, परिवार कल्याण विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, आयुष विभाग, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कापोर्रेशन (ष्टत्ररूस्ष्ट) के कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कांकेर, महासमुंद और कोरबा में मेडिकल कॉलेज और संबद्ध अस्पताल के लिए बनने वाले भवन के ले-आउट एवं डिजाइन संबंधी प्रस्तुतिकरण भी देखा। उन्होंने तीनों मेडिकल कॉलेजों के भवन को सर्वसुविधायुक्त बनाने और भविष्य की जरूरतों के अनुरूप सुसज्जित करने के निर्देश दिए।
श्री सिंहदेव ने प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में उपलब्ध विशेषज्ञ सेवाओं, आईसीयू सेवाओं, गर्भावस्था देखभाल, डायलिसिस यूनिट, ट्रॉमा सर्विसेज, फिजियोथेरेपी सेवाएं, बर्न केयर सर्विसेज, हमर लैब, मातृत्व स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, मेडिकल कॉलेजों में डायग्नोस्टिक सेवाओं, आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी सेवाओं तथा सीजीएमएससी द्वारा दवाओं व उपकरणों की खरीदी की समीक्षा की। उन्होंने विभाग को मिले बजट के आधार पर चालू वित्तीय वर्ष की कार्ययोजनाओं की भी समीक्षा की। स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त डॉ. सी.आर. प्रसन्ना, चिकित्सा शिक्षा विभाग के आयुक्त श्री मोहम्मद कैसर अब्दुलहक, संचालक डॉ. विष्णु दत्त, स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक श्री भीम सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक श्री भोसकर विलास संदिपान, आयुष विभाग की संचालक सुश्री नम्रता गांधी, सीजीएमएससी के प्रबंध संचालक श्री चंद्रकांत वर्मा और एसएचआरसी (स्॥क्रष्ट) के संचालक श्री समीर गर्ग भी समीक्षा बैठक में मौजूद थे।