रायपुर
राजधानी पुलिस ने क्रिप्टो करेंसी एप तैयार कर ठगी करने वाले तीन ठगों को गिरफ्तार किया है। इन्हें बैंगलुरु सहित साउथ के अन्य राज्यों से पकड़ा गया है। लाखों रुपये की ठगी कर फरार हो गए थे। रायपुर पुलिस आज शुक्रवार को पूरे मामले का राजफाश करेगी। आरोपित लोगों को केवल छह महीने में दाेगुनी रकम देने का झांसा देकर ठगी की थी। कारोबारियों और ग्रामीण इलाकों के लोगों को झांसा देने राजधानी के बड़े होटलों में वर्कशाप के नाम पर पार्टी आयोजित करते थे। वहां फर्जी प्लानिंग बताकर क्रिप्टो करेंसी एप से छह माह में रकम डबल होने की बात कह कर पैसे निवेश करवाते थे। जिले के पुरानी बस्ती, आमानाका और आरंग थाने में मामला दर्ज है।
प्रोजेक्टर पर दिखाते हैं प्रेजेंटेशन
ठगों ने शहर के अलग-अलग होटल में वर्कशाप की। उसमें प्रोजेक्टर पर प्रेजेंटेशन दिखाया गया। क्रिप्टो में निवेश पर कैसे घर बैठा पैसा कमा सकते हैं। ठगों ने झांसा दिया कि इसमें पैसा निवेश करने पर डूबेगा नहीं, क्योंकि एप के माध्यम से पैसा उनके पास ही रहेगा। कभी भी उसे निकाल सकते हैं। मार्केट दर पर ही पैसा मिलेगा।
चीन में बैठे ठगों के पास पहुंचा पैसा
गिरोह चेन मार्केटिंग पर काम करता है। इसमें लोगों को झांसा दिया गया था कि उन्हें दोगुना पैसा मिलेगा। दो व्यक्ति लाने पर हर माह कमीशन दिया जाएगा। इसलिए लोग इसमें जुड़ते है। ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने इसमें निवेश किया है, लेकिन इसमें किसी को पैसा नहीं मिल पाया है, क्योंकि जिस एप में पैसा जमा किया गया वह चीन का है। पैसा चीन में बैठे ठगों के पास पहुंच रहा है।
तीन आरोपित पूर्व में दिल्ली से पकड़े गए थे
आमानाका के कारोबारी से 15 लाख का फर्जीवाड़ा सामने आया था। पुलिस ने गोपनीय तरीके से जांच की और रायपुर-दिल्ली में छापेमारी कर तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया था। अभी पकड़े गए आरोपितों पर पुलिस को शक है कि इस एप के जरिए कई लोगों से करोड़ों की ठगी की जा चुकी है। इसमें पैसे निवेश करने वाले लोगों को पता ही नहीं है कि उन्होंने फर्जी एप में पैसे निवेश कर दिया है।