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कैंसर मरीज नहीं उठा पाई अपना बैग तो विमान से नीचे उतारा, एयर होस्टेस पर बदसलूकी का आरोप

 नई दिल्ली 

दिल्ली से न्यूयॉर्क जाने वाली एक कैंसर पेशंट को दिल्ली एयरपोर्ट पर ही उतार दिया गया। जानकारी के मुताबिक महिला अमेरिकन एयरलाइन्स AA-239 से जाने वाली थी लेकिन हैंडबैग रखने के मामले में एस विमान से उतार दिया गया। महिला यात्री ने कहा कि उसकी सर्जरी हुई थी और उसके हाथ में दिक्कत थी इसलिए क्रू मेंबर से बैग रखने में मदद मांगी। लेकिन उसने मदद करने से इनकार कर दिया और  फिर उसे विमान से नीचे उतार दिया गया। 

अमेरिका की रहने वाली यात्री मीनाक्षी सेनगुप्ता ने पुलिस के पास अमेरिकन एयरलाइन्स की इस बदसलूकी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने कहा है कि बैग का  वजन 5 पाउंड से ज्यादा था और वह इसे रखने के लिए मदद मांग रही थीं। डीजी, डायरेक्ट्रेट जनरल सिविल एविएशन अरुण कुमार ने कहा कि इस मामले में रिपोर्ट देखी जाएगी। अभी तक संवेदनहीनता की पुष्टि नहीं की जा रही है। 

एक बयान में अमेरिकन एयरलाइन ने कहा, 30 जनवरी को दिल्ली से उड़ान भरने से पहले ही एक यात्री को विमान से उतार दिया गया। वह क्रू मेंबर के निर्देशों का पालन नहीं कर रही थीं। सेनगुप्ता छुट्टियां मनाने भारत आई थीं। यहीं उनको कैंसर का पता चला और फिर सर्जरी करवाई। इसके बाद वह अमेरिका वापस जा रही थीं। अपना इलाज करवाने के लिए उन्होंने डॉक्टर से अपॉइनमेंट भी लिया था इसलिए तुरंत दूसरी एयरलाइन का टिकट लेना पड़ा। सेनगुप्ता व्हीलचेयर यात्री थीं। उन्होंने अपने बयान में कहा है, ग्राउंड स्टाफ ने बहुत मदद की। उन्होंने हमारा बेग भी सीट के पास पहुंचा दिया। लेकिन फ्लाइट के अंदर मैंने एयर होस्टेस को सारी परिस्थिति बताई इसके बावजूद बदसलूकी की गई। जब लाइट डिम हो गई और एयरक्राफ्ट उड़ान भरने वाला था तभी एक क्रू मेंबर ने मुझसे बैग ऊपर रखने को कहा। उसने मदद करने से इनकार कर दिया और कहा कि यह मेरा काम नहीं है। 

बार-बार मदद करने से इनकार करने के बाद केबिन क्रू ने कहा कि उन्हें विमान से उतरना होगा। कैप्टन ने भी मदद नहीं की। उन्होंने कहा कि अगर आप बैग नहीं रख सकतीं तो फ्लाइट से उतर जाइए। उन्होंने कहा, फ्लाइट अटेंडेंट ने धमकी दी थी कि उन्हें जबरन नीचे उतारा जाएगा। यह बहुत ही बुरा अनुभव था। इसके बाद अगले भी दिन मैं नहीं जा सकती थी क्यों कि पीएनआर बुक कर दिया गया था। फिर मुझे अटलांटा का विमान लेना पड़ा और वहां से अमेरिका गई।

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