आदित्य ठाकरे ने CM शिंदे को ललकारा- दम है तो इस सीट से चुनाव लड़कर दिखाएं, समझें ऐसा क्यों?
नई दिल्ली
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शिवसेना (UBT) के नेता आदित्य ठाकरे ने वर्ली विधानसभा सीट से उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। वर्ली से विधायक ठाकरे ने शुक्रवार को पार्टी के एक कार्यक्रम में अपने पिता उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत करने वाले शिवसेना के अन्य विधायकों और सांसदों को इस्तीफा देने तथा नए सिरे से मतदाताओं का सामना करने की चुनौती दी। आदित्य ने कहा, “मैंने इस असंवैधानिक मुख्यमंत्री को चुनौती दी है कि मैं वर्ली से विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा अगर आप मेरे खिलाफ चुनाव लड़ें। देखते हैं कि आप वर्ली से कैसे जीतते हैं।”
आदित्य ठाकरे ने क्या कहा?
उन्होंने कहा, “मैं इन 13 दल-बदलू सांसदों और 40 विधायकों को भी चुनौती दे रहा हूं कि वे इस्तीफा दें और फिर से चुनाव लड़ें और देखें कि क्या वे निर्वाचित हो सकते हैं।” जून 2022 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार को गिराने के बाद शिंदे बीजेपी के सहयोग से मुख्यमंत्री बने थे।
शिवसेना का गढ़ रहा है वर्ली:
दरअसल, आदित्य ठाकरे जिस वर्ली सीट से एकनाथ शिंदे को चुनाव लड़ने के लिए ललकार रहे हैं, वह शिवसेना का गढ़ रहा है। 1990 से लगातार (2009 को छोड़कर) लगातार उस सीट से शिव सेना के उम्मीदवार जीतते रहे हैं। साल 2009 में एनसीपी ने यहां से जीत दर्ज की थी, जबकि शिव सेना दूसरे नंबर पर रही थी।
पिछला रिकॉर्ड क्या रहा?
पिछले चुनाव, यानी 2019 में इस सीट पर आदित्य ठाकरे को बड़ी जीत मिली थी। उन्हें करीब 70 फीसदी वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर एनसीपी रही थी। एनसीपी के उम्मीदवार सुरेश ततोबा माने को करीब 17 फीसदी वोट मिले थे। हालांकि, तब बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था। मौजूदा समय में शिवसेना दो फाड़ हो चुकी है। शिंदे गुट बीजेपी के साथ है, जबकि उद्धव गुट महाविकास अघाड़ी गठबंधन में एनसीपी और कांग्रेस के साथ है। संभवत:यही कारण है कि आदित्य ठाकरे को अपना पलड़ा यहां भारी दिख रहा है और वे सीएम शिंदे को वर्ली से चुनाव लड़ने की चुनौती दे रहे हैं। बता दें कि महाराष्ट्र में अगले साल लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा चुनाव होने हैं।