छत्तीसगढ़

अपने ही गुरु की बलि देकर पी गया खून, काला जादू सीखने की सनक में चेला बना हैवान

 छत्तीसगढ़ 

छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है। यहां तंत्र विद्या सीखने वाले एक युवक ने तांत्रिक सिद्धियां हासिल करने के लिए अपने ही गुरु की बला चढ़ा दी। हत्या करने के बाद उसने गुरु का खून भी पी लिया। जानकारी के अनुसार, धमतरी जिले में तांत्रिक विद्या सीख रहे एक 25 वर्षीय युवक को अपने ही गुरु की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी युवक का मानना था कि गुरु की हत्या के बाद उसे काला जादू की सारी विद्या मिल जाएगी। गिरफ्तार आरोपी की पहचान रौनक सिंह छाबड़ा उर्फ मान्या चावला के रूप में हुई है।

एक अधिकारी ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जादू-टोने के लिए काला जादू का इस्तेमाल किया जाता है, जो राज्य में छत्तीसगढ़ टोनाही प्रताड़ना निवारण अधिनियम, 2005 के तहत दंडनीय अपराध है। टोनाही शब्द का इस्तेमाल काला जादू के संदर्भ में किया जाता है।

गुरु पर ही विद्या आजमाना चाहता था चावला
अधिकारी ने बताया कि रौनक सिंह छाबड़ा उर्फ मान्या चावला को गुरुार को हिरासत में लिया गया। उसी दिन मगरलोड थाना अंतर्गत पीड़ित का आंशिक रूप से जला हुआ शव बरामद हुआ था। उन्होंने बताया कि चावला को आखिरी बार अपने गुरु मृतक बसंत साहू (50) के साथ देखा गया था। चावला ने पुलिस को बताया कि वह बसंत साहू से काला जादू सीख रहा था और वह खुद इस विद्या को आजमाना चाहता था।

अधिकारी ने कहा कि चावला का मानना था कि काला जादू की शक्ति पाने के लिए मानव खून पीना होगा। उसने बताया कि जब साहू काले जादू का अभ्यास कर रहा था तो उसने साहू पर हमला कर दिया और उसका खून पी गया। उसने बाद में अपने गुरु के शव को जला दिया। 
 

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