रायपुर
ईडी के छापों से राजनेताओं को अफसर को डराने का काम किया जा रहा है। ईडी की कार्रवाई से कुछ नहीं होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस बात से आश्वस्त हैं कि इन जांचों से कुछ नहीं होने वाला। इन कार्रवाई को उन्होंने राजनीति से पूरी तरह प्रेरित बताया है। मैंने पहले ही कहा था कि ये चुनाव तक रहेंगे यहीं, चुनाव करा के जाएंगे। प्रदेश में चिटफंड घोटाले में लोगों का हजार करोड़ डूबा है। उसकी जांच नहीं कर रहे, हमारी पहली सरकार है देश में जो चिटफंड कंपनी की संपत्तियों को जब्त कर लोगों को उनके रुपए लौटाने का काम कर रही है। मगर हजारों करोड़ है हम सिर्फ कुछ करोड़ ही लौटा पाए हैं। इसमें मनी लॉन्ड्रिंग हुई है, ईडी जांच करे, क्यों नहीं करते हैं, ये राजनीति उद्देश्य से मोटिवेटेड होकर काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने ईडी की जांच और छापों को लेकर कहा कि मैं शुुरू से कह रहा हूं कि छत्तीसगढ़ में भाजपा यहां लड़ नहीं पा रही है। लगातार बैठकें कर रहे हैं। यहां का प्रभारी बदल दिए, नेता प्रतिपक्ष बदल दिए, प्रदेश अध्यक्ष बदल दिए हैं। इनके पास अब एक यही हथियार है जिसके माध्यम में कार्रवाई करवा रहे हैं। ईडी के जरिए दुष्प्रचार करना, परेशान करना यही इनका काम है। इस पूरी कार्रवाई में होना- जाना तो कुछ नहीं है केवल परेशान करना है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- महाराष्ट्र में अब सेंट्रल एजेंसी की दबिश होती है क्या ? वहां जैसे ही सरकार बदली तो जितनी भी सेंट्रल एजेंसी थी सब बोरिया बिस्तर बांध के निकल लिए हैं। अब चूंकि छतीसगढ़ में चुनाव है तो इस प्रकार से कर रहे हैं। इनका उद्देश्य यही है। पहले पं बंगाल में चला, फिर महाराष्ट्र में, कर्नाटक में चला। कुल मिलाकर स्थिर सरकार को अस्थिर करने का प्रयास है जितना बदनाम कर सकते हैं बदनाम करो, ईडी के छापों से राजनेताओं को अफसर को डराने का काम किया जा रहा है।