छत्तीसगढ़

राजेंद्र ओझा का नाम दर्ज हुआ गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में

रायपुर

श्री राजेन्द्र ओझा के नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के दो रिकार्ड दर्ज हुए हैं। एक सर्वाधिक भाषा के पंचांग एकत्रित करने हेतु एवं दूसरा सर्वाधिक भाषा के कैलेंडर एकत्रित करने के लिए। रिकार्ड से संबंधित प्रमाण पत्र पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. केशरीलाल वर्मा व छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष तथा दूधाधारी मठ के परम पूज्य महंत श्री रामसुंदर दास ने सौंपा। इस अवसर पर डॉ. मृणालिका ओझा, किशोर साल्वे, ह्रषीक, सुरेश यादव, गोल्डन बुक प्रतिनिधि श्रीमती सोनल शर्मा व राजेश भाई उपस्थित थे।

राजेंद्र ओझा ने बांग्ला, ओडिया, मराठी, पंजाबी, गुजराती,  कन्नड,  तेलुगू, सिंधी, मलयाली, हिन्दी, तमिल आदि भाषाओं के पन्द्रह से अधिक पंचांग एकत्रित किये गए हैं। वहीं हिन्दी, अंग्रेजी, ओडिया, तेलुगू, बांग्ला, मराठी, पंजाबी, गुजराती,  उर्दु, कन्नड,  मलयालम, सिंधी, छत्तीसगढ़ी, डोगरी, मैथिली, लद्दाख,  गोवन, मणिपुरी, तमिल, मिजोरम, भोटी, असमिया, चैत्र कैलेंडर,  चर्च कैलेंडर आदि के पच्चीस से ज्यादा कैलेंडर एकत्रित किये गए हैं।

राजेन्द्र ओझा ने बताया कि इस काम में उन्हें रायपुर के अतिरिक्त असम, गोवा, मणिपुर, महाराष्ट्र, मिजोरम, पुड्डुचेरी, लद्दाख,  जम्मू, झारखंड,  अरूणाचल आदि प्रदेशों के अनुकृति, रोशनी, हरजीत जुनेजा, तन्मय बोस, आई. एस. बी. वी. श्रीनिवास राव, श्रीमती सोनल शर्मा, एन. के. चंचलानी,  जयप्रकाश मसंद,  के. कृष्णमूर्ति कासी, बलराम कृष्ण घंटासाल, अमृत अग्रवाल,  त्रूषित त्रिवेदी, जैनेन्द्र चौहान, ए. के. रंजीत, ई. विजय लक्ष्मी, प्रभु देसाई, डॉ. हनुमंत चोपडेकर, डॉ. भूषण भावे, डॉ. विपिन पांडे, वासुदेव वाधवा, ए. आर. खान, शंकरलाल अग्रवाल,  संजीव साहू, जयंत झा, डॉ. अभिषेक यादव, एस. पी. जैकब, प्रोफेसर ललित मगोत्रा, पवन वर्मा, डॉ. एस. पद्मप्रिया, चंद्रशेखर, जितेन्द्र झा आदि का महत्वपूर्ण एवं नि:स्वार्थ सहयोग प्राप्त हुआ जिसके बिना यह उपलब्धि प्राप्त करना असंभव ही था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button