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सीरिया के दमिश्क में इजरायल का भीषण हमला, एयरपोर्ट को किया पूरी तरह से तबाह

इजरायल
 नये साल के दूसरे दिन इजरायल ने सीरिया पर भीषण हमला किया है और एबीसी न्यूज ने सीरिया की राज्य समाचार एजेंसी सना का हवाला देते हुए बताया है कि, इजरायली सेना ने सोमवार को दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को तहस-नहस कर दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है, कि इजरायली सेना का टार्गेट दमिश्क इंटरनेशनल एयरपोर्ट ही था, जिसे तबाह कर दिया गया है।
 
दमिश्क एयरपोर्ट पर भीषण हमले
एबीसी न्यूज के मुताबिक, इजरायली सेना के हमले में सीरिया के दो सैनिक मारे गए हैं और दो अन्य घायल हो गए हैं। सैन्य सूत्र ने सना को बताया कि, लगभग 2:00 बजे (स्थानीय समय के मुताबिक), इजराइल ने सीरिया के ऊपर मिसाइलों का एक बैराज छोड़ा था, जिसने दमिश्क अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा और आसपास के इलाकों को निशाना बनाया। वहीं, इजरायली हमले के बाद सीरिया का दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा फिलहाल किसी काम का नहीं रह गया है और तमाम फ्लाइट ऑपरेशन रद्द कर दिए गये हैं। एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, लेबनान के हिजबुल्लाह सहित तेहरान द्वारा समर्थित आतंकवादी समूहों को ईरान से हथियारों की खेप भेजने से रोकने के लिए इजरायल ने सीरिया के सरकारी कब्जे वाले हिस्सों में हवाई अड्डों और बंदरगाहों को निशाना बनाया है।
 
आर्म्स डिपो को भी निशाना बनाने की कोशिश
युद्ध पर नजर रखने वाली एक संस्था ने बताया कि, इजरायली सेना के निशाने पर दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के अलावा पास में स्थिति एक आर्म्स डिपो को भी निशाना बनाना था। इस बीच, एबीसी न्यूज के मुताबिक, दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हमले के संबंध में इजराइल ने फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, सीरियाई सेना ने अभी तक नुकसान की जानकारी नहीं दी है, लेकिन कहा जा रहा है और एयरपोर्ट और आसपास के इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। आपको बता दें कि, ये दूसरी बार है, जब दमिश्क अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को एक साल से भी कम समय में फिर से सेवा से बाहर कर दिया गया है। इससे पहले पिछले साल 10 जून को दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इजरायली हवाई हमले ने बुनियादी ढांचे और रनवे को काफी नुकसान पहुंचाया था। हालांकि, उस वक्त मरम्मत के दो हफ्तों बाद फिर से सर्विस बहाल कर दी गई थी।
 
सीरिया पर हमले करता रहता है इजरायल
इससे पहले पिछले साल सितंबर महीने में इजरायल के हवाई हमलों ने सीरिया के सबसे बड़े और एक महत्वपूर्ण वाणिज्यिक केंद्र अलेप्पो पर हमला किया था, जिससे इस शहर को भारी नुकसान पहुंचा था। वहीं, साल 2021 के अंत में भी इजरायल के युद्धक विमानों ने मिसाइलें दागीं थीं, जो सीरिया के लताकिया के बंदरगाह से टकराकर कंटेनरों से टकरा गईं और बड़े पैमाने पर आग लग गई थी। एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने हाल के वर्षों में सीरिया के सरकार-नियंत्रित हिस्सों में सैकड़ों हमले किए हैं, लेकिन शायद ही कभी इजरायल ने इस तरह के ऑपरेशनों को या तो स्वीकार किया है या फिर ऐसे हमलों पर चर्चा ही की हो।
 
इजरायल के निशाने पर हिजबुल्लाह
हालांकि, इजरायल ने कई बार स्वीकार किया है, कि वो ईरान समर्थत आतंकवादी संगठन हिज्बुल्लाह को निशाना बनाना चाहता है, जिसने सीरिया के राष्ट्रपति बशर असद की सेना का समर्थन करने के लिए हजारों लड़ाकों को भेजा है। आपको बता दें कि, सीरिया में पिछले एक दशक से ज्यादा वक्त से गृहयुद्ध चल रहा है और ईरान समर्थित आतंकवादी संगठन हिज्बुल्लाह के हजारों आतंकी सीरियाई गृहयुद्ध में काफी अहम भूमिका निभा रहे हैं और वो राष्ट्रपति बशर असद की सत्ता को कायम रखने के लिए लड़ रहे हैं। एबीसी न्यूज के मुताबिक, इजरायल ने कहा, उसकी उत्तरी सीमा पर ईरान की उपस्थिति एक रेड लाइन है, जो उसे सीरिया के अंदर सुविधाओं और हथियार भंडारों पर उसके हमलों को सही ठहराती है।

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